tag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post4654736182974630835..comments2024-01-27T07:53:56.761-08:00Comments on चाँद की सहेली****: बिन्ना VenuS "ज़ोया"http://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-20145151627470442652021-04-18T03:04:36.265-07:002021-04-18T03:04:36.265-07:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Amit Gaurhttps://www.blogger.com/profile/00238237763899289733noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-63423361857101019592020-08-23T19:45:59.463-07:002020-08-23T19:45:59.463-07:00😊😊Munishhttps://www.blogger.com/profile/02821933420417625370noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-18657644310061274352020-07-04T13:43:12.234-07:002020-07-04T13:43:12.234-07:00 अनीता सैनी जी
आपसे ऐसे उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया ... अनीता सैनी जी <br /><br />आपसे ऐसे उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया पाना प्रसन्नता देता है , आपका बहुत बहुत आभार <br /><br />शुभकामनाओ सहित नमनVenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-47486700413480627902020-07-04T13:42:01.876-07:002020-07-04T13:42:01.876-07:00
Kamini Sinha जी
सही कहा आपने अम्माओं हमे गुणवान...<br />Kamini Sinha जी <br /><br />सही कहा आपने अम्माओं हमे गुणवान बना लेती हैं , भागों वाला बनाना तो उनके हाथों में नहीं। <br />आपने कहानी के मर्म को समझा , कहानी के टेल छुपे अर्थ को पढ़ा और अपने भाव साझा किये आपका बहुत बहुत आभार <br /><br /><br />शुभकामनाओ सहित नमन VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-9994752752834317792020-07-04T13:38:35.350-07:002020-07-04T13:38:35.350-07:00
गिरिजा कुलश्रेष्ठ जी
आहा ! आपने कहानी का मर्म इत...<br />गिरिजा कुलश्रेष्ठ जी <br />आहा ! आपने कहानी का मर्म इतने गहरे से समझा और अपने भाव रखे मुझे मेरी कहानी लिखना सार्थक लगा। गुणी वयक्ति अपने जीवन का अच्छा बना ही लेता है , सही कहा आपने <br /><br />कहानी को इतनी सहजता से पढ़ने के लिए आभार <br />शुभकामनाओं साहित नमस्कार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-28471368978371244402020-07-04T13:35:37.586-07:002020-07-04T13:35:37.586-07:00अनीता जी
आप ब्लॉग तक आयी, कहानी को पढ़ा ,सराह क...अनीता जी <br /><br />आप ब्लॉग तक आयी, कहानी को पढ़ा ,सराह कर हौंसला बढ़ाया आपका हृदय से आभार<br /><br />शुभकामनाओं सहित सादर नमन VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-21174709788551593522020-07-04T13:33:10.895-07:002020-07-04T13:33:10.895-07:00
प्रतिभा सक्सेना जी
आपने बहुत हो स्नेहिल और कहान...<br />प्रतिभा सक्सेना जी <br /><br />आपने बहुत हो स्नेहिल और कहानी को सार्थकता देने वाली प्रतिक्रिया दी हैं <br />आप ब्लॉग टाक आयी, कहानी को पढ़ा ,सराह कर हौंसला बढ़ाया आपका हृदय से आभार <br /><br />शुभकामनाओं सहित सादर नमन VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-90559356707263158492020-07-04T10:09:23.701-07:002020-07-04T10:09:23.701-07:00निशब्द हूँ आदरणीय दी आपकी कहानी पढ़कर सही कहा गुणवा...निशब्द हूँ आदरणीय दी आपकी कहानी पढ़कर सही कहा गुणवान होना हाथ में है भाग्यवान होना नहीं.आँचलिक शब्दों के साथ भावों का गहनता से ताना बाना बुना है.<br />लाजवाब अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-35165331755277381752020-07-03T05:58:44.436-07:002020-07-03T05:58:44.436-07:00" मैंने रिश्तों का हर बिन्ना बहुत निष्ठा, प्र..." मैंने रिश्तों का हर बिन्ना बहुत निष्ठा, प्रेम और परिश्रम से बुना, लगाव की कोडियां सजायीं, स्नेह और प्रेम के रंग-बिरंगे धागे से इक-इक तिनका जोड़-जोड़ आगे बीना, समर्पण, सत्कार, हर तरह के घुँघरू लगाए, बहुत प्यार से सहेजा, सब किया। <br />मगर मेरे कानों में रह-रह के तेल पड़ता है अम्मा और वो भी गरम तिल का तेल। और अब तो मुझे भी बहुत कम सुनाई देता है अम्मा।"<br />नारी मन के हर उम्र की उलझन को उकेर दिया आपने जोया जी,सही कहा आपने-अम्मा की सीख और सासु माँ के डर ने सब कुछ सीखा दिया,<br />अम्मा ने "गुणवंता" तो बना दिया पर "भागावंत" बनना तो अम्मा को भी नहीं आता था कहा से सिखाती बेचारी।<br />बेहद मर्मस्पर्शी,एक एक शब्द दिल को छू गए,सादर नमन आपको <br /><br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-10001806163947458542020-07-03T03:09:27.522-07:002020-07-03T03:09:27.522-07:00बहुत ही खूबसूरत कहानी ..जीवन के एक सबसे बड़े और जर...बहुत ही खूबसूरत कहानी ..जीवन के एक सबसे बड़े और जरूरी पाठ को जो आज दुर्लभ है , सिखाती है कि सीखना कला कुशल होना जीवन को सम्पन्न बनाता है दास या दरिद्र नहीं . सास का डर दिखाकर अम्मा ने सब सिखा दिया . सीखना आसान नहीं होता इसलिये बिना कठोरता के ..कठोरता अपने लिये , सिखाने वाले के लिये जरूरी है . गुरुजी के डर से याद किये पाठ अभी तक याद हैं हमें . डर यानी अनुशासन . और हाँ गुणी व्यक्ति भागवन्त हो या न हो पर जीवन को सुन्दर बनाना उसे आता है . गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-54495943666632708982020-07-02T22:41:52.781-07:002020-07-02T22:41:52.781-07:00दिल को छूने वाली कहानी ! काश ! आज की पीढ़ी को भी ऐस...दिल को छूने वाली कहानी ! काश ! आज की पीढ़ी को भी ऐसी ही सीख मिले Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-15215469741724627892020-07-02T18:39:57.483-07:002020-07-02T18:39:57.483-07:00बाल-मन की ऊहापोह और समझदार होने के बाद बिषम स्थिति...बाल-मन की ऊहापोह और समझदार होने के बाद बिषम स्थितियाँ झेलते नारी मन का मर्मस्पर्शी चित्रण - साधुवाद स्वीकारें!प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-27462724036568781512020-07-02T17:31:57.093-07:002020-07-02T17:31:57.093-07:00दिगंबर नासवा जी
आपने बहुत स्नेहिल प्रतिक्रिया से ...दिगंबर नासवा जी <br />आपने बहुत स्नेहिल प्रतिक्रिया से अपने विचार रखें है कहानी के प्रति जिससे मुझे अपना लिखना सार्थक लगा <br /><br />बहुत बहुत आभार आपका <br />शुभकामनाओं सहित नमस्कार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-17119069633316993632020-07-02T17:30:05.912-07:002020-07-02T17:30:05.912-07:00मीना जी
आप बहुत अच्छी लेखिका है और आपसे अच्छी प्...मीना जी <br />आप बहुत अच्छी लेखिका है और आपसे अच्छी प्रतिक्रिया पाना और आपकी चयनित सूची में अपनी कहानी को देख कर बहुत ख़ुशी हुई <br />बहुत बहुत आभार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-41794539164703207792020-07-02T17:28:16.775-07:002020-07-02T17:28:16.775-07:00Sudha devrani जी
बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने प्रतिक...Sudha devrani जी <br />बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने प्रतिक्रिया में लिखा उसके लिए। आपने वो मर्म समझा और पकड़ा कहानी का जो कहानी कहना चाहती है जैसा लिखा गया है <br /><br />बहुत बहुत आभार कहानी को उसकी सार्थकता देने के लिए VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-18880645370597014542020-07-02T17:26:25.372-07:002020-07-02T17:26:25.372-07:00hindiguru जी
जाप ब्लॉग तक आये , अपना बहुमूल्य सम...hindiguru जी <br /><br />जाप ब्लॉग तक आये , अपना बहुमूल्य समय कहैं की दिया और सराहा आपका बहुत आभार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-71460628870277979522020-07-02T17:25:07.643-07:002020-07-02T17:25:07.643-07:00डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' जी
आपसे प्र...डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' जी <br />आपसे प्रतिक्रिया पाना प्रसन्नता का विषय है <br />आपका आभार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-49559005136785499832020-07-02T17:24:18.718-07:002020-07-02T17:24:18.718-07:00विश्वमोहन जी
कहानी को इतने अच्छे से पढ़ने के लिए आ...विश्वमोहन जी <br />कहानी को इतने अच्छे से पढ़ने के लिए आभार , आपकी प्रतिक्रिया से तस्सली होती है की आपने कहानी का मम समझा और कहानी सार्थक हुई <br />आपकी प्रतिक्रिया बहुत हौंसला बढ़ाती हैं और आप मार्गदर्शन करते उसके लिए ह्रदय से आभ्हर <br />अच्छा कार्य करने की कोशिश करूंगी <br /><br />शुभकामनाओं सहित सादर नमस्कार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-9601484633040761192020-07-02T17:21:08.406-07:002020-07-02T17:21:08.406-07:00यशोधा जी
अपने मेरी कहानी को अपनी चयनित सूची में स...यशोधा जी <br />अपने मेरी कहानी को अपनी चयनित सूची में स्थान दिया , बहुत प्रसन्नता हुई <br />युहीं हौंसला बढ़ाते रहें <br />आभार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-31693353268269255342020-07-02T17:19:52.845-07:002020-07-02T17:19:52.845-07:00Meena ji
आपकी प्रतिक्रिया बहुत शान्ति देने वाले ह...Meena ji<br /><br />आपकी प्रतिक्रिया बहुत शान्ति देने वाले है <br />अम्माओं के आशीर्वाद से भागवन्त भी बन ही जाएंगी एक दिन ...<br /><br />हाँ , बनना चाहिए भी , और शायद कुछ प्रतिशत होता भी है , बस यही प्रार्थना है जो प्रतिशत भाग रह आजाता है उनपे प्रभु कृपा करें <br />स्नेह से भपुर शब्द कहने के लिए से आभार , बहुत हौंसला मिलता है आपके शब्दों से <br />शुभकमानाओं के साथ आभार VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-76725909288243514072020-07-02T03:36:19.673-07:002020-07-02T03:36:19.673-07:00भाग का होना अपने हाथ कहाँ होता हिया ... पगलेट को य...भाग का होना अपने हाथ कहाँ होता हिया ... पगलेट को ये बात अम्मा कैसे बताती ...<br />आंचलिक शब्दों के ताने बाने से खूबसूरत कहानी ... अपने परिवेश में खींच ले जाती है ... बहुत लाजवाब ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-50473445036199889102020-07-01T10:08:20.132-07:002020-07-01T10:08:20.132-07:00माता-पिता अपने बच्चों को गुणवान तो बन सकते हैं पर ...माता-पिता अपने बच्चों को गुणवान तो बन सकते हैं पर भाग्य तो विधि के हाथ में है...सही कहा कि सब कुछ करीने से सोचसमझ कर करने के बावजूद भी हर किसी कोवह काम पसंद आये ये जरूरी नहीं.... रिश्तों से सम्मान भी नसीब से ही मिलता है ज्यादातर देखा है जो सबकी सुनता है सबकी खुशी चाहता है गर्म तेल उसी के कानों में पड़ता है।<br />बहुत ही सुन्दर विचारणीय लाजवाब सृजन....।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-60052920693038435962020-07-01T09:21:57.222-07:002020-07-01T09:21:57.222-07:00अच्छी कहानी
बहुत बढ़िया ज़ोया जी अच्छी कहानी<br />बहुत बढ़िया ज़ोया जी hindiguruhttps://www.blogger.com/profile/09026018787795712597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-20058914166380677662020-07-01T04:11:41.215-07:002020-07-01T04:11:41.215-07:00अतीत की स्मृतियाँ समेंटे सुन्दर कहानी।अतीत की स्मृतियाँ समेंटे सुन्दर कहानी।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1496256546169773272.post-37523789191166163012020-07-01T03:33:37.149-07:002020-07-01T03:33:37.149-07:00"ज़िंदगी का बिन्ना पूरी निष्ठा और स्नेह से बिन..."ज़िंदगी का बिन्ना पूरी निष्ठा और स्नेह से बिनती गयी। पर हर किसी को बुन्तर पसंद,शायद आये ये ज़रूरी नहीं।" कहानी के अतीत, वर्तमान और भविष्य की सारी बातें बड़ी सहजता से कहते हुए इन पंक्तियों ने पाठकों के मर्म को सहला दिया. बहुत सुगढ़ शिल्प में आपने नारी जीवन ही नहीं बल्कि आम जन के भी सामयिक सच को इस कहानी में इतनी कुशलता से 'बिन्ना' है कि उसके महीन रेशे-दर-रेशे भी साफ-साफ़ झलक रहे हैं. <br />आभार और बधाई इतनी सुन्दर कहानी का. हाँ, समय मिलने पर इसे आराम से संपादित (बहुत थोडा) कर लीजिएगा. विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.com