अब,
हर नए रिश्ते को
अच्छे से जाँचती-परखती हूँ
कितना घाटा, कितना मुनाफा
पूरा जोड़, तोड़, गुणा, भाग
पूरा हिसाब पूरा वहीखाता
पाई - पाई नोट करती हूँ
इन्सॉल्वेंसी में आ चूका है खाता
एहतियात नहीं बरती ना पहले
घाटा सहने के हालात नहीं है
अब l
ज़ोया****
#ज़ोया, #खाता
pc@Google images
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (10-08-2019) को "दिया तिरंगा गाड़" (चर्चा अंक- 3423) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 09/08/2019 की बुलेटिन, "काकोरी कांड के सभी जांबाज क्रांतिकारियों को नमन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंवाह ! बहुत ख़ूब ...
जवाब देंहटाएंन्यूनतम शब्दों में अधिकतम भावों को गूँथा गया है इस लघु कविता में.
यथार्थपूर्ण अभिव्यक्ति.
बधाई एवं शुभकामनाएँ.
Very nice
जवाब देंहटाएंइतने जोड़-तोड़, जमा-घटाव, हानि-लाभ, उठा-पटक रिश्ते सह नहीं पाते ! शायद इसीलिए ऐसे हालात आ खड़े हुए हों !
जवाब देंहटाएं''owner approval'' may be the sole responsible for this situation !
जवाब देंहटाएंhave a thought !
वाह बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंअप्रतिम संयोजन।
बहुत उम्दा।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएं@शिवम् मिश्रा
जवाब देंहटाएंmeri post ko sammlit krne ke liye bahut aabahar.
@Ravindra Singh Yadav
जवाब देंहटाएंTah e dil se bahut bahut shukriya.Aap mere blog tak aaye aur itne pyaare lehje se srahna ki.....bahut dhanywaad.
शुभकामनाएँ.
Dhanywad @deepshikhaaj
जवाब देंहटाएं@गगन शर्मा, कुछ अलग सा
जवाब देंहटाएंMere blog tak aane aur sraahnaa ke liye bahut baht shukriyaa
Dhanywaad
@मन की वीणा
जवाब देंहटाएंman se pdhaa aapne...dhanywaad
@Kailash Sharma
जवाब देंहटाएं@ Onkar
bahut bahut dhanywaad aapkaa
Very well written Joya ji after long time enter ur blog ....and i feel very happy
जवाब देंहटाएंregards
Sanjay bhaskar
दिन ब दिन नए घोटाले सामने आ रहे हैं, भरोसा तो जैसे हजा़र का नोट हो गया है जो अब कहीं नहीं चलता।
जवाब देंहटाएंघाटा तो फिर भी गनीमत है, यहाँ बेरोज़गारी ने दिवालिया कर दिया है
Sanjay ji
जवाब देंहटाएंaapkaa bahut bahut aabhar
hum sab smay k sath bhaag rhe hain, busy hona aur uljh jana laazmi he
aabhar aapkaa
:)
जवाब देंहटाएंhmmm
dhanywaad blog tak aane aur rchnaa pdhne ke liye
hmeshaa khush rho