मंगलवार, अगस्त 20, 2019

चाय की मीठी मीठी चुस्कियाँ












१ 
बादामी चाय की मीठी मीठी चुस्कियाँ ,
चलो. कुछ सुस्त पलों से रूह सहलाएं !
                                         
२  
ज़िंदगी कुछ कुछ चाय सी भी होती है 
ठंडी पड़ जाए तो वो स्वाद नहीं आता 

तो क्या हुआ साहब, दुबारा बना लीजिये !

    ३ 
मुझे तो पहले ही अंदेशा था ,
मेरी उसकी निभेगी ही नहीं l

उसे चाय कड़वी लगती थी l


                ४                  
ये आदत - वादत मन की मनमर्ज़ियाँ हैं 
किसी की कोई आदत वादात नहीं पड़ती 

अब इंसान, इंसान होते हैं, कोई चाय नहीं l
                                                     

:-ज़ोया

8 टिप्‍पणियां:


  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 21 अगस्त 2019 को साझा की गई है........."सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद

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  2. बादामी चाय की मीठी मीठी चुस्कियाँ वाह....बहुत खूब कहा है आपने ज़ोया जी...मीठी मीठी चुस्कियाँ पसंद आई

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  3. @Digvijay Agrawal ji

    bahut bahut dhanywaad aapkaa..mere likhe ko is kaabil smjhne ke liye :)

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  4. @संजय भास्‍कर ji

    :)


    aapko dekh kr achaa lgtaa he....jyun apne puraane muhalle me apne puraane doston se milnaa ho

    dhanywaad hmeshaa utsaah bdhaane ke liye

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  5. वाह चाय तो हमारी भी पसंदीदा रही है

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  6. @ अजय कुमार झा ji


    :) :)

    chay pasand krne ke liye hi bani he....haan ye mera nazariyaa he :)

    blog tak aane aur chay ki sraahnaa ke liye :D aabhar aapkaa

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