गुरुवार, अगस्त 08, 2019

इन्सॉल्वेंसी



अब,

हर नए रिश्ते को
अच्छे से जाँचती-परखती हूँ 
कितना घाटा, कितना मुनाफा 
पूरा जोड़, तोड़, गुणा, भाग 
पूरा हिसाब पूरा वहीखाता 
पाई - पाई नोट करती हूँ 

इन्सॉल्वेंसी में आ चूका है खाता
एहतियात नहीं बरती ना पहले 
घाटा सहने के हालात नहीं है 
अब l
ज़ोया****


#ज़ोया#खाता

pc@Google images

19 टिप्‍पणियां:

अनीता सैनी ने कहा…

जी नमस्ते,

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (10-08-2019) को "दिया तिरंगा गाड़" (चर्चा अंक- 3423) पर भी होगी।


--

चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।

जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है

….

अनीता सैनी

शिवम् मिश्रा ने कहा…

ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 09/08/2019 की बुलेटिन, "काकोरी कांड के सभी जांबाज क्रांतिकारियों को नमन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

Ravindra Singh Yadav ने कहा…

वाह ! बहुत ख़ूब ...
न्यूनतम शब्दों में अधिकतम भावों को गूँथा गया है इस लघु कविता में.
यथार्थपूर्ण अभिव्यक्ति.
बधाई एवं शुभकामनाएँ.

deepa joshi ने कहा…

Very nice

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

इतने जोड़-तोड़, जमा-घटाव, हानि-लाभ, उठा-पटक रिश्ते सह नहीं पाते ! शायद इसीलिए ऐसे हालात आ खड़े हुए हों !

गगन शर्मा, कुछ अलग सा ने कहा…

''owner approval'' may be the sole responsible for this situation !
have a thought !

मन की वीणा ने कहा…

वाह बहुत खूब।
अप्रतिम संयोजन।

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत उम्दा।

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

@शिवम् मिश्रा

meri post ko sammlit krne ke liye bahut aabahar.


VenuS "ज़ोया" ने कहा…

@Ravindra Singh Yadav

Tah e dil se bahut bahut shukriya.Aap mere blog tak aaye aur itne pyaare lehje se srahna ki.....bahut dhanywaad.
शुभकामनाएँ.

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

Dhanywad @deepshikhaaj

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

@गगन शर्मा, कुछ अलग सा
Mere blog tak aane aur sraahnaa ke liye bahut baht shukriyaa


Dhanywaad

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

@मन की वीणा

man se pdhaa aapne...dhanywaad

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

@Kailash Sharma


@ Onkar


bahut bahut dhanywaad aapkaa

संजय भास्‍कर ने कहा…

Very well written Joya ji after long time enter ur blog ....and i feel very happy

regards
Sanjay bhaskar

Cbu ने कहा…

दिन ब दिन नए घोटाले सामने आ रहे हैं, भरोसा तो जैसे हजा़र का नोट हो गया है जो अब कहीं नहीं चलता।

घाटा तो फिर भी गनीमत है, यहाँ बेरोज़गारी ने दिवालिया कर दिया है

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

Sanjay ji

aapkaa bahut bahut aabhar

hum sab smay k sath bhaag rhe hain, busy hona aur uljh jana laazmi he

aabhar aapkaa

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

:)

hmmm

dhanywaad blog tak aane aur rchnaa pdhne ke liye

hmeshaa khush rho