इक तज़स्सुम में गुम हूं ...मैं ज़ोया जो हूँ
इक तज़स्सुम में गुम हूं ..मैं ज़ोया जो हूँ
"जोया" ....my pen name ... या यूँ कहें तख्ख्लुस ..
ज़ोया means ...Life ....i guess ....that wat i am..ज़िंदगी। ..ज़िंदगी इक तज़स्सुम....means खोज .ही तो हे ..search .... शून्य से शून्य की ओर। ..अथाह खोज
................................... ज़ोया****
1 टिप्पणी:
Chalo ye suruwat to hue.... [:)]
agar ye thoda pahlay suru hua hota to ab tak kavitaon ki fehrist kitni lambi hote !!!!!! hmmmmmm
khair shuv kaam jab say suru ho jaye badiya hai .....
Good Wishes..
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