क्या बात है.....सुभानाल्लाह......कुछ ताजगी महसूस हुई है इस पोस्ट से......कुछ अलग हटकर......तस्वीर ने चार चाँद लगा दिए हैं ........बहुत पसंद आई ये पोस्ट.....वाह
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है कल (14-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
बहुत अच्छी पोस्ट, शुभकामना, मैं सभी धर्मो को सम्मान देता हूँ, जिस तरह मुसलमान अपने धर्म के प्रति समर्पित है, उसी तरह हिन्दू भी समर्पित है. यदि समाज में प्रेम,आपसी सौहार्द और समरसता लानी है तो सभी के भावनाओ का सम्मान करना होगा. यहाँ भी आये. और अपने विचार अवश्य व्यक्त करें ताकि धार्मिक विवादों पर अंकुश लगाया जा सके., हो सके तो फालोवर बनकर हमारा हौसला भी बढ़ाएं. मुस्लिम ब्लोगर यह बताएं क्या यह पोस्ट हिन्दुओ के भावनाओ पर कुठाराघात नहीं करती.
बड़ी मीठी सी रचना .. :):)
जवाब देंहटाएंअच्छे लेखन के लिए आप बधाई के पात्र हैं.
जवाब देंहटाएंमेरा ब्लॉग भी देखें दुनाली
सुंदर!
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
और अब शहद के साथ- साथ
जवाब देंहटाएंखारा स्वाद भी आता है जीभ पे !
कमाल की पंक्तियाँ हैं !
बहुत सुन्दर एहसास|
जवाब देंहटाएंराम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ|
:)
जवाब देंहटाएंक्या बात है.....सुभानाल्लाह......कुछ ताजगी महसूस हुई है इस पोस्ट से......कुछ अलग हटकर......तस्वीर ने चार चाँद लगा दिए हैं ........बहुत पसंद आई ये पोस्ट.....वाह
जवाब देंहटाएंउफ़ कमाल करती हो।
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (14-4-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
एहसास की खूबसूरत रचना
जवाब देंहटाएंswaad chhile hothon ka shahad ke sang ... amazing
जवाब देंहटाएंढेर सारी मिठास भरी रचना..लें कुछ खारापन भी है इसमें...!
जवाब देंहटाएंबहुत सशक्त रचना!
जवाब देंहटाएंकमाल के भाव लिए है रचना की पंक्तियाँ .......
जवाब देंहटाएंaap sab ne apnaaa kimati nikalaa meri rchnaa ke liye...bhaaw smjhe...aur sraahaa......aap sab ka tah e dil se shurkiyaaaa
जवाब देंहटाएंtake care
बहुत अच्छी पोस्ट, शुभकामना, मैं सभी धर्मो को सम्मान देता हूँ, जिस तरह मुसलमान अपने धर्म के प्रति समर्पित है, उसी तरह हिन्दू भी समर्पित है. यदि समाज में प्रेम,आपसी सौहार्द और समरसता लानी है तो सभी के भावनाओ का सम्मान करना होगा.
जवाब देंहटाएंयहाँ भी आये. और अपने विचार अवश्य व्यक्त करें ताकि धार्मिक विवादों पर अंकुश लगाया जा सके., हो सके तो फालोवर बनकर हमारा हौसला भी बढ़ाएं.
मुस्लिम ब्लोगर यह बताएं क्या यह पोस्ट हिन्दुओ के भावनाओ पर कुठाराघात नहीं करती.
क्या कहें की कलम साथ नहीं देती
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रचना
thiz z really beautiful.....amazing...ab kya kahoon...keep it up
जवाब देंहटाएंjst beautiful....amazing
जवाब देंहटाएं........सारे होंठ छिल गये हैं
जवाब देंहटाएंऔर अब शहद के साथ- साथ
खारा स्वाद भी आता है जीभ पे !
बेहतरीन रचना ......
पुरानी स्मृतियों की त्वचा कभी पृथक नहीं हो पाती .......बलात पृथक करने से होठ छिलेंगे ही ..........मीठे दर्द की अनुभूति के साथ एक अच्छी रचना.
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