तू मुझे कैसे भूल जाता है ,
भूलकर कैसे सकून पाता है !
याद आती नहीं तुझे मेरी
फ़िक्र सताती नहीं तुझे मेरी
हमने बातों में इक सदी गुज़ारी थी
वो सदी तू कैसे भूल जाता है !
तू मुझे कैसे भूल जाता है !
नाम इतने दिए मुझे तूने
नाम इतने दिए तुझे मैंने
कभी कोई कहीं तो सुनता होगा
सुन के कैसे तू सह पाता है !
तू मुझे कैसे भूल जाता है !
सबसे प्यारा तू दोस्त था मेरा
दर्द-आशना था, था राज़दाँ मेरा
शिक़वा कोई नहीं मुझे तुझसे
पर बता रब्त कैसे वो टूट जाता है
तू मुझे कैसे भूल जाता है !
ज़ोया
पर बता रब्त कैसे वो टूट जाता है ...
जवाब देंहटाएंज़िन्दगी के लम्बे सफ़र में ऐसा होना मुमकिन है ... पर जहाँ प्रेम हो फिर ऐसा हो तो कुछ और भी है प्रेम के अलावा ... बहुत खूबसूरत शायरी ...
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 28 अगस्त 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
@ दिगंबर नासवा ji
जवाब देंहटाएंhmmmm..aksar rchnaaye prem premi r hi aisi sahi lgti hain..magr..ye rchnaa ik gehre dost ke liye he....hmmmmm....
कुछ और भी है प्रेम के अलावा
sahi kahaa aapne
bahut bahut dhanywaad aapkaa
Sweta sinha ji
जवाब देंहटाएंblog tak aane..aur sraane ke liye shukriyaa
बेहतरीन सृजन सखी
जवाब देंहटाएंसादर
Anita saini ji
जवाब देंहटाएं:)
bahut bahut dhnaywaad....skhii kehane ke liye....aaj kal ke dour me....sath dene wale hi nhi milte...
rchnaa tak aane aur srahaan ke liye aabhaar
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंनाम इतने दिए मुझे तूने
जवाब देंहटाएंनाम इतने दिए तुझे मैंने
कभी कोई कहीं तो सुनता होगा
सुन के कैसे तू सह पाता है !
Nice.....
Aaj ka aadami itana vyavahaarik ho gaya hai ki Dil kee baaten Kahan sunata hai. Behad khubsurat likhati hain aap .
Jyoti Singhji
जवाब देंहटाएंblog tak..ane..aur rchnaa ko sraahne ke liye bahut bahut abhaar aapkaa
Meena ji
जवाब देंहटाएंhmmm...sahii kahaa aapne....aur aise waqt me ..dil se sunne walon ke liye bahut mushkil ho jata he...rehnaa
utsaah bdhaane ke liye aabhaar..
विडीओ ब्लॉग पंच में आपके इस ब्लॉगपोस्ट की विडीओ चर्चा ब्लॉग पंच के नेक्स्ट एपिसोड में याने ब्लॉग पंच 5 में की जाएगी और उसमें से बेस्ट ब्लॉग चुना जाएगा पाठको द्वारा वहाँ पर दी गई कमेंट के आधार पर ।
जवाब देंहटाएंब्लॉग पंच का उद्देश्य मात्र यही है कि आपके ब्लॉग पर अधिक पाठक आये और अच्छे पाठको को अच्छी पोस्ट पढ़ने मीले ।
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Enoxo
जवाब देंहटाएंji bahut bahut dhanywaad aapkaa..
बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है
जवाब देंहटाएंसंजय भास्कर ji
जवाब देंहटाएंabhar
hmeshaa utsaah bdhaane aur saath bnaaye rkhne ke liye
dhanywaad
Hmmm....तू मुझे कैसे भूल जाता है !.... Hmmm... जो ना भूला हो तो? जो कभी ना भूल पाए तो?
जवाब देंहटाएंPhir bhi aisa lagta hai aapko... toh...
1) aapka bharosa kam hone laga hai.
2) wo insaan/shaitaan zinda nahi hai.
:)
जवाब देंहटाएंहमेशा खुश रहो
तुम आज भी "bestest" हो.... मेरी felvet... Happy friendship day!
जवाब देंहटाएंतुम आज भी bestest हो , मेरी felvet... Happy friendship day!
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